kru su pra krishnakumarpradhan@gmail.com bhashabharatikavitaye: भ्रष्टाचार-एक रोग-2

सोमवार, 6 अक्तूबर 2008

भ्रष्टाचार-एक रोग-2

इस के परिणाम अन्य शारीरिक रोगों से भी जादा गंभीर और खतरनाक होते है
लक्षण :
*मानसिक संतुलन बिघाड जाता है,मन,के अन्दर हमेशाकिसी डर की भावना बनी रहती है और मानसिक स्वास्थय पूरी तरह से नष्ट हो जाता है
*डर की वजह से शारीरिक ग्रंथी का अधिक क्षय होता है और आम्लपित्त की शिकायत हो जाती है\

0 टिप्पणियाँ:

एक टिप्पणी भेजें

सदस्यता लें टिप्पणियाँ भेजें [Atom]

<< मुख्यपृष्ठ

view sourceprint? 1