kru su pra krishnakumarpradhan@gmail.com bhashabharatikavitaye: वेडा कि खुळा

गुरुवार, 18 मई 2017

वेडा कि खुळा

माणसा,तु वेडा आहेस कि खुळा    
अनेकांच्या नादि लागुन तुझा झालाहे खुळखुळा   ध्रु  
राजकरणि कुणिहि येवो,,मान तु डोलाविसि,  
कधि हा पक्ष, कधि तो पक्ष अशि  
नवनवि मंडळि निवडुनि तु देसि
कधि कोकिळा कधि वा चंडोलहि  
घालति तुज कैसि मोहिनि  
कधि लक्षुमि,कधि सरस्वति,
                 भैरवहि पुजिसि  
काय खरे,अन् खोटिहे कांहि,  
         भान न तुजला मुळि  
माणसा तु वेडा कि खुळा  
(published on facebook page 'hemant'



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